झबरेड़ा::- जब तक किसान जाति,धर्म व सभी प्रकार के भेदभाव छोड़ कर एक नहीं होंगे तब तब किसान का होता रहेगा शोषण : डॉक्टर सुरेंद्र सिंह
झबरेड़ा। भारतीय किसान यूनियन क्रांति प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने कहा कि जब तक सभी किसान जाति धर्म व सभी प्रकार के भेदभाव छोड़ कर एक नहीं हो जाते तब तक उनका भला होने वाला नहीं है एकता में ही शक्ति है यह सब भली-भांति जानते हैं।
गांव भक्तोंवाली में सुरेंद्र सिंह किसानों की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे उन्होंने कहा कि एकता का पाठ कक्षा एक की किताबों से ही बच्चों को पढ़ाया जाता है उन्होंने कहां कि कक्षा 4 के किताब में उन्होंने पढ़ा था कि दो बैलों की जोड़ी जंगल में रहा करती थी उसी जंगल में कुछ शेर भी रहते थे अगर कोई शेर उन पर हमला करता था तो वह दोनों आपस में मिलकर शेर को हरा देते थे शेर द्वारा दोनों बैल में फूट डाल दी तथा एक एक कर दोनों को खा गया इसी प्रकार देश का किसान एकजुट नहीं है किसान जातिवाद व क्षेत्रवाद में बट गया है एक ही क्षेत्र में किसानों के अलग-अलग नाम से कई संगठन हो गए हैं इसीलिए सरकार उनका उत्पीड़न करने से नहीं चूकती उन्होंने कहा इकबालपुर शुगर मिल पर किसानों का करोड़ों रुपए बकाया कई वर्ष पहला है लेकिन किसानों की आपसी फूट के कारण शुगर मिल मालिक मनमानी पर उतारू है इसी प्रकार राज्य सरकार द्वारा भी किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है उत्तर प्रदेश पंजाब राजस्थान की सरकारों द्वारा किसानों को नलकूप की निशुल्क विद्युत आपूर्ति की जा रही है उत्तराखंड में भी किसानों के नलकूप की विद्युत आपूर्ति निशुल्क करने की मांग की गई इस अवसर पर सुलेमान मलिक जय वीर चौधरी राजपाल सिंह नरेश कुमार विक्रम सिंह यशवीर सिंह जयपाल सिंह सुरेश कुमार अरुण कुमार प्रदीप कुमार घनश्याम तथा सुशील कुमार आदि उपस्थित रहे।