झबरेड़ा। राज्य सहकारी बैंक के निदेश को 10 ग्राम का सोने का सिक्का तथा अगली एजीएम में एप्पल घड़ी गिफ्ट के रूप में दिए जाने का बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास होने से किसानों व किसान संगठनों द्वारा विरोध जताते हुए उनमें रोष व्याप्त है।
भारतीय किसान यूनियन टिकैट जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री का कहना है कि राज्य सहकारी बैंक बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास कर निवेशकों को दीपावली के गिफ्ट के रूप में 10 ग्राम का 11 सोने का सिक्का दिया जाने तथा एजीएम बैठक में प्रत्येक निदेशक को एप्पल घड़ी दी जानी है उन्होंने कहा कि किसान सेवा सहकारी समिति खोया सहकारी बैंक यह सब किसानों के बलबूते पर चलाए जा रहे हैं इनमें पूरा पैसा किसानों का है तथा किसानों का पैसा निदेशकों तथा चंद अधिकारियों में बंदरबांट करना सही नहीं है पूरा किसान समाज इसका पुरजोर विरोध करता है इसके बाद भी अगर किसानों का हक चंद लोगों में बंदरबांट किया गया तो आंदोलन किया जाएगा भारतीय किसान क्लब अध्यक्ष चौधरी कटार सिंह तथा किसान नेता विकास सैनी प्रदीप त्यागी यशवीर सिंह अश्वनी कुमार संजीव सैनी आदि का कहना है कि राज्य सहकारी बैंक बोर्ड प्रस्ताव में निदेशक को सोने का सिक्का व एप्पल घड़ी दिवाली गिफ्ट के रूप में दिया जाना सीधा-सीधा किसानों पर अत्याचार है निदेशक तथा चंद् अधिकारी मिलकर किसान की खून पसीने की कमाई स्वयं हड़पना चाहते हैं कोआपरेटिव बैंक का लाभ जो 5 करोड़ बताया गया है इस लाभ से किसानों को खाद बीज तथा कीटनाशक दवाइयों में सब्सिडी के रूप में दिया जाना चाहिए पूर्व में भी निवेशकों को चांदी के डिनर सेट दिए गए थे जो गलत है तथा किसानों पर तूसारा घात है किसानों का पैसा किसानों को दिया जाना न्याय संगत है निदेशक किसानों द्वारा ही चुनकर जाते हैं निदेशक व अधिकारी अपनी छवि साफ-सुथरी बनाकर रखनी चाहिए जिससे किसानों का विश्वास उन पर कायम रह सके किसानों का पैसा बंदरबांट किया जा गया तो किसानों द्वारा आंदोलन किया जाएगा।