झबरेड़ा। शीत लहर के चलते कस्बा तथा क्षेत्र में जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है सड़कें और बाजार खाली खाली नजर आता है वही किसानों द्वारा उगाई गई किसी फसल को लाभ हो रहा है वहीं अन्य फसल को हानि हो रही है।
राज्य में पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद मैदानी क्षेत्र के कस्बा झबरेड़ा तथा ग्रामीण क्षेत्र में शीत लहर के चलते ठिठुरन बढ़ गई है आमजन शीतलहर के चलते घरों में कैद हो गए हैं बाजार सड़कें खाली खाली नजर आती हैं कस्बा क्षेत्र निवासी ऋषभ शर्मा कुलदीप कपिल सैनी राजकुमार धीर सिंह सुशील अमित सौरभ साहिल आदि का कहना है कि वैसे तो ठंड का मौसम चल ही रहा है परंतु तीन चार रोज से शीत लहर के चलते ठिठुरन अधिक बढ़ गई है जिससे लोगों ने घर के बाहर निकलना ना के बराबर कर दिया है वहीं दूसरी ओर अधिक कोहरा होने से लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है यात्री न होने से टेंपो चालक भी यात्रियों की बांट जोहते रह लोगों का कहना है कि नगर पंचायत से शीत लहर के चलते अलाव जलाने की मांग की गई थी जिस पर नगर पंचायत ने कुछ स्थानों पर लकड़ी डालकर अलाव जलाना शुरू कर दिया है जिससे आने जाने वाले लोग खुद को ताप कर आगे का सफर तय करते हैं किसानों का कहना है कि ठंड अधिक होने से गेहूं की फसल को जहां लाभ हो रहा है वही गन्ने की फसल से पशुओं को मिलने वाला चारा खत्म हो रहा है किसानों को कुछ फसलों को ठंड से बचाने के लिए फसल में सिंचाई की जा रही है शीत लहर का असर यातायात पर भी पढ़ रहा है क्योंकि शीतलहर के चलते लोगों ने घर से बाहर निकलना कम कर रखा है जिसको जरूरी कार्य या फिर नौकरी जाना है वही लोग घर से बाहर निकलते हैं स्कूल कॉलेजों की बात करें तो सरकार द्वारा स्कूल कॉलेजों में सर्दियों की छुट्टियां शुरू हो गई है लोगों का कहना है कि कस्बा क्षेत्र में कोई रैन बसेरा नहीं है और ना रेन बसेरे की कोई ऐसी आवश्यकता है।