झबरेड़ा::- चतुर्थी पर झबरेड़ा के गांव लाठरदेवा हुण स्थित भगवान श्री गणेश भव्य प्राचीन मंदिर में श्रद्धालुओं ने किया श्री गणेश भगवान के दर्शन , लगाया मोदक का भोग , लगा एक दिवसीय भव्य मेला
झबरेड़ा। ग्राम लाठरदेवा हूंण स्थित भगवान श्री गणेश मंदिर पर भव्य मेले का आयोजन किया गया भगवान श्री गणेश पर सोमवार रात्रि 12 बजते ही प्रसाद चढ़ाने तथा पूजन करने वाले श्रद्धालु का आना शुरू हो गये सुबह 4 बजते ही श्री गणेश मंदिर पर पूजा पाठ कर प्रसाद चढ़ाने वाले श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लग गई।
भादो मास की गणेश चतुर्थी को प्राचीन समय से ही ग्राम लाठरदेवा हुण में भगवान श्री गणेश मंदिर पर मेला लगता आ रहा है सैकड़ो वर्ष पूर्व यहां पर घना जंगल हुआ करता था व्यापारी दिल्ली से हरिद्वार आने जाने के लिए जंगल में बने कच्चे रास्ते से ही बैलगाड़ियों में अपना सामान भरकर एक दूसरे को आदान-प्रदान कर व्यापार करते थे मान्यता है कि एक बार दिल्ली निवासी एक व्यापारी राज भूषण अपने नौकरों के साथ कुछ बैल गाड़ियों में अपना व्यापार का सामान भरकर हरिद्वार जा रहा था जहां आज भगवान श्री गणेश का भव्य मंदिर है वहीं पर उक्त व्यापारी को रात हो गई वह दिन भादो मास का गणेश चतुर्थी का दिन था जंगल में चोर डाकुओं का भी डर बना रहता था व्यापारी भगवान श्री गणेश का भक्त था व्यापारी ने यहीं पर रात बिताने का निर्णय लिया तथा अपना डेरा इसी जगह जंगल में लगा दिया व्यापारी ने भगवान गणेश से प्रार्थना की कि वह कुशल हरिद्वार पहुंचने पर उक्त स्थान पर भगवान श्री गणेश का मंदिर बनवाएंगे सुबह के समय कुशलता से व्यापारी हरिद्वार के लिए रवाना हो गया बाद में उक्त व्यापारी द्वारा ही उक्त स्थान पर भगवान श्री गणेश का मंदिर बनवाया गया था मंदिर के पास ही पानी पीने के लिए व्यापारी द्वारा कुआं भी बनवाया गया था तब से ही इस स्थान पर मेले का आयोजन होता रहा है मंदिर पुजारी शिवचरण गिरी ने बताया कि भगवान श्री गणेश का मंदिर बहुत ही प्राचीन और मनोकामना पूर्ण होने वाला मंदिर है जो भी भक्त मंदिर में सच्चे मन से अपने मनोकामना लेकर आता है उसकी सभी मनोकामनाएं भगवान श्री गणेश पूरी करते हैं उन्होंने बताया कि उनसे पूर्व उनके पूर्वज मंदिर में पूजा अर्चना करते आए हैं हर वर्ष मंदिर में भगवान श्री गणेश चतुर्दशी पर मेले का आयोजन बड़े हर्षोल्लास और धूमधाम से किया जाता है तथा मंदिर परिसर में लोगों द्वारा भंडारों का आयोजन भी किया जाता है मेले में बड़े-बड़े झूले मिठाई चाट पकौड़ी तथा खिलौने की दर्जनों दुकान लगी हुई थी मेले में बच्चे महिला व पुरुषों की भारी भीड़ थी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल भी तैनात रहा।