झबरेड़ा::- आयोजित केमिस्ट कार्यक्रम में ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने मेडिकल संचालकों को जानकारी के साथ-साथ चेताया , नशे व गलत दवाओ की बिक्री करने वाले को नहीं जाएगा बक्सा
झबरेड़ा। कस्बे में आयोजित एक कार्यक्रम में जिला ड्रंग इंस्पेक्टर ने मेडिकल संचालको को नशे का कारोबार न करने के लिए आगाह किया तथा मेडिकल स्टोर व्यवस्थित रखने की जानकारी दी।
गुरुवार को कस्बा झबरेड़ा निवासी केमिस्ट एसोसिएशन झबरेड़ा अध्यक्ष ओमवीर सिंह के आवास पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती पहुंची कार्यक्रम में जिला ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने कार्यक्रम में मौजूद कस्बा व क्षेत्र के मेडिकल संचालको को जानकारी देते हुए बताया कि सभी मेडिकल स्टोर संचालक अपना मेडिकल स्टोर को 10 बाय 10 की दुकान में चलाएं तथा दबाव को व्यवस्थित तरीके से रखें गैर कानूनी तरीके से नारकोटिक दवाइयां ना बेचे फ्रिज में रखने वाली दवाइयां को फ्रिज में रखें तथा फ्रिज को साफ सुथरा रखें उन्होंने कहा कि उनको मानव जगत की सेवा के लिए चुना गया है वह इसके लिए परमात्मा का धन्यवाद करें और नशे के कारोबार को न तो करें और न किसी को करने दें क्योंकि इससे जहां युवाओं की जिंदगी खराब हो रही है कहीं ना कहीं हमारे बच्चे भी इसी समाज में रहते हैं यह आदतें उनको भी पड़ सकती हैं उन्होंने कहा कि गलत दवाइयां से किसी की जान भी जा सकती है किसी की जान के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा कोई भी मेडिकल स्टोर संचालक नकली दवाइयां तथा नशे की दवाइयां बेचते पकड़ा जाने पर उसके साथ कोई रियायत नहीं होगी स्टोर संचालक डॉक्टर द्वारा दिए गए लिखित परचे पर ही दवाई दे, दी गई दवाई का पूरा विवरण सभी मेडिकल संचालक अपने रजिस्टर में पूरा विवरण रखें स्टोर संचालक के पास फार्मासिस्ट की डिग्री होनी आवश्यक है कुछ स्टोर संचालक किसी अन्य फार्मासिस्ट की डिग्री लेकर स्टोर संचालित कर रहे हैं पकड़े जाने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी किसी भी मेडिकल स्टोर पर गलत व नकली दवाइयां तथा एक्सपायरी डेट की दवाइयां नहीं होनी चाहिए गलत दवाइयों से किसी की जान भी जा सकती है जिस प्रकार किसान की एक फसल खराब हो जाती है तो उसे बहुत परेशानी उठानी पड़ती है इसी प्रकार किसी मां-बाप का बेटा नशा का आदी हो जाता है तो उसे मां-बाप की व बेटे के रूप में फसल बर्बाद हो जाती है उसे मां-बाप को भी बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है नशा करने वाला बच्चा बर्बादी की कगार पर पहुंच जाता है जिससे उसके मां-बाप की जिंदगी भी तबाह हो जाती है उन्होंने कहा कोई भी मेडिकल स्टोर संचालक और 18 वर्ष से कम उम्र के लड़का हो या लड़की उसे दवाइयां न दी जाए मेडिकल संचालक स्वयं कोई दवाई किसी भी मरीज को नहीं देगा डॉक्टर द्वारा लिखित परचे के अनुसार ही दवाइयां दी जाए इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक केमिस्ट एसोसिएशन झबरेड़ा अध्यक्ष ओमवीर सिंह अध्यक्ष रुड़की केमिस्ट एसोसिएशन उत्तराखंड संदीप शर्मा दुष्यंत कुमार गुलाब सिंह सुधीर कुमार सुखबीर सिंह अक्षय कुमार पॉपीन पुरुषोत्तम कुमार मनोज कुमार अंकित सनी जुगल कुमार अभिषेक यशवीर सिंह अर्जुन सिंह कुर्बान अली आदि उपस्थित रहे।