झबरेड़ा। कस्बे व ग्रामीण क्षेत्र में धान रोपाई का कार्य किसानों द्वारा शुरू कर दिया गया है धान रोपाई के लिए पानी की अधिक आवश्यकता होती है वर्षा न होने तथा विद्युत कटौती के चलते किसान परेशान है किसानों द्वारा खेतों में लगे नलकूप के सहारे ही खेत की सिंचाई कर धान की रोपाई की जा रही है।
कस्बे व ग्रामीण क्षेत्र के किसान जयपाल सिंह कुलदीप राजपाल सिंह कपिल सैनी नितिन कुलदीप सुलेमान प्रदीप जयवीर आदि का कहना है कि 15 जून के बाद धान रोपाई करने का समय अच्छा माना जाता है 25 जून के लगभग बारिश होना शुरू हो जाती है किसान बारिश शुरू होने का इंतजार तो करते हैं लेकिन धान लगाने का उत्तम समय भी गवाना नहीं चाहते इस समय धान का बीज 1509 की खेतों में रोपाई का काम शुरू कर दिया गया है उक्त धान की किस्म की रोपाई का उत्तम समय 15 जून से 25 जून तक माना गया है किसानों का कहना है कि धान रोपाई का रकबा प्रत्येक साल कम होता जा रहा है कम होने का कारण मजदूरी महंगा होना तथा कीटनाशक खाद पानी महंगा होना है मजदूरों द्वारा अपनी मजदूरी महंगी कर दी गई है इसके साथ साथ कीटनाशक दवाइयां तथा खाद के दामों में भी काफी इजाफा हुआ है किसानों का कहना है कि धान रोपाई करने वाले खेत में पानी भरकर खेत तैयार किया जाता है उसी प्रकार जिस खेत में धान की पौध खड़ी होती है उसे उखाड़ने के लिए भी उस खेत में पानी भरकर ही धान की पौध उखाड़ते हैं पानी की आवश्यकता पूरी करने के लिए खेतों में खड़े नलकूप ही एक सहारा रह गए हैं विद्युत कटौती के चलते खेतों में पानी लगातार नहीं चल पाने से किसानों के सामने धान पौध रोपाई करना परेशानी का सबब बन गया है किसानों ने मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित कर विद्युत कटौती न किया जाने की मांग की है तथा किसानों को विद्युत बिल माफ करने के साथ-साथ डीजल तेल पर भी सब्सिडी देने की मांग की है।